जामताड़ा। साइबर डीएसपी चंद्रशेखर ने प्रेस वार्ता कर बताया कि जिले में साइबर अपराध पर लगाम कसने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। करमाटांड़ थाना क्षेत्र में जामताड़ा साइबर अपराध थाना प्रभारी राजेश मंडल के मार्गदर्शन में की गई कार्रवाई में चार सक्रिय साइबर ठगों को मौके से दबोच लिया गया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक जामताड़ा को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर की गई।बताया गया कि कठबरारी से रंगामटिया जाने वाली सड़क के किनारे जोरिया के पास पलाश के पेड़ों से घिरे मैदान में साइबर ठगी का खेल चल रहा था। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी करमाटांड़ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित छापेमारी की, जहां से सिराज अंसारी, इजहार अंसारी, चांद मिर्जा और मो. बेलाल अंसारी को गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपी जामताड़ा और देवघर जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के निवासी हैं।तलाशी के दौरान पुलिस ने 8 मोबाइल फोन, 13 सिम कार्ड, 2 एटीएम कार्ड और 2 आधार कार्ड बरामद किए। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी कम्पेरिफाई एप के जरिए फर्जी कैशबैक का झांसा देकर लोगों को ठगते थे। वे फोनपे पर 2999 रुपये कैशबैक का संदेश भेजकर एक्सेप्ट करवाते और राशि अपने खाते में ट्रांसफर करा लेते थे। इसके बाद रकम से गिफ्ट कार्ड खरीदकर उसे कमीशन पर बेच दिया जाता था।पुलिस के अनुसार, इस गिरोह का नेटवर्क झारखंड के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ है। मामले में जामताड़ा साइबर अपराध थाना कांड संख्या 74/25 के तहत आईटी एक्ट और टेलीकम्युनिकेशन एक्ट की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कैशबैक ऑफर या लिंक से सतर्क रहें और साइबर ठगी की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
करमाटांड़ में साइबर ठगों का भंडाफोड़, पुलिस की छापेमारी में चार शातिर गिरफ्तार
