कुंडहित। प्रखंड के देवली गांव में फसल सुरक्षा मिशन योजना के तहत किसानों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को फसल संरक्षण, बीज उपचार और रोग नियंत्रण से संबंधित आधुनिक एवं वैज्ञानिक जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए बीटीएम सुजीत सिंह ने एफआईआर विधि से बीज उपचार करने की विस्तृत प्रक्रिया समझाई। साथ ही उन्होंने फंजीसाइड, इनसेक्टिसाइड तथा राइजोबियम कल्चर के उपयोग से बीज को उपचारित करने के तरीके भी बताए। उन्होंने कहा कि उपचारित बीज का उपयोग करने से फसलों में रोग लगने की संभावना काफी कम होती है, जिससे बेहतर अंकुरण और अधिक उत्पादन प्राप्त होता है।
उन्होंने किसानों को चेताया कि बिना उपचार वाले या खराब बीज का उपयोग करने से पौधों में कीट और रोग लगने की आशंका बढ़ जाती है, जिससे फसल खराब होकर किसान निराश हो जाते हैं। इस दौरान किसानों को आईपीएम (एकीकृत कीट प्रबंधन) से जुड़ी महत्वपूर्ण तकनीकों की भी जानकारी दी गई, जिससे कीट नियंत्रण में रासायनिक दवाओं पर निर्भरता कम होती है और फसल सुरक्षित रहती है।
कार्यक्रम में बाबूपुर पंचायत की मुखिया एमेली सोरेन, एटीएम अमीर हेंब्रम, किसान मित्र सनत मंडल, विनय मंडल, धन क्रिस्टो गोराई, कसना बाउरी, लालटू मंडल सहित कई किसान उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम ने किसानों में वैज्ञानिक खेती के प्रति उत्साह बढ़ाया और फसल सुरक्षा के प्रति जागरूकता का नया संदेश दिया।
