जामताड़ा। गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने बुधवार को जामताड़ा स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने नेशनल हेराल्ड प्रकरण का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के इशारे पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी को राजनीतिक रूप से फंसाने की सुनियोजित कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां इस कदर बनाई गईं कि हिरासत तक की स्थिति उत्पन्न हो गई, लेकिन सोनिया गांधी ने न्यायपालिका पर भरोसा जताया और अंततः अदालत के फैसले ने सच्चाई उजागर कर दी।फुरकान अंसारी ने कहा कि यह केवल कांग्रेस नेताओं का मामला नहीं है, बल्कि इंडिया गठबंधन से जुड़े सभी प्रमुख नेताओं को डराने और कमजोर करने की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को झूठे मामलों में उलझा रही है। लैंड फॉर जॉब सहित अन्य मामलों का उल्लेख करते हुए उन्होंने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया।पूर्व सांसद ने पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में विपक्षी नेताओं पर की गई कार्रवाई का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जो भी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह की नीतियों पर सवाल उठाता है, उसे किसी न किसी जांच के घेरे में लाया जाता है। फुरकान अंसारी ने चेतावनी दी कि ऐसी प्रवृत्तियां लोकतंत्र के लिए घातक हैं और जनता से अपील की कि वे लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए एकजुट होकर आवाज बुलंद करें। मौके पर जिलाध्यक्ष दीपिका बेसरा, प्रवक्ता इरशाद उल हक़, बुलू चक्रवर्ती समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर फुरकान अंसारी का केंद्र पर तीखा प्रहार, बोले—विपक्ष को दबाने की साजिश
