मिहिजाम। शहर में रविवार को ईसाई समुदाय की ओर से पहली बार भव्य क्रिसमस शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसने नगर को उत्सव, श्रद्धा और आपसी सौहार्द के रंगों से सराबोर कर दिया। यह ऐतिहासिक शोभायात्रा अपराह्न 3 बजे निर्मल महतो मोड़ (आमोई चौक) से आरंभ होकर मुख्य बाजार, स्टेशन रोड, बस स्टैंड सहित शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए बादोली गढ़ में शांतिपूर्वक संपन्न हुई।शोभायात्रा के दौरान प्रभु यीशु मसीह के जन्म, उनके जीवन संदेश, बलिदान और पुनरुत्थान को झांकियों, प्रतीकों, भजनों और क्रिसमस कैरोल के माध्यम से जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। मार्ग में विभिन्न समुदायों के लोगों ने अभिवादन कर शोभायात्रा का स्वागत किया।आयोजन समिति के अध्यक्ष सुमित राहुल आईजक ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य समाज में प्रेम, करुणा, शांति और भाईचारे का संदेश देना है। उन्होंने कहा कि यह समुदाय की वर्षों पुरानी आकांक्षा थी, जो अब साकार हुई।शोभायात्रा में स्थानीय चर्चों के पादरीगण, चर्च प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और युवा वर्ग की उल्लेखनीय भागीदारी रही। प्रो. कैलाश साव, सलिल रमन, बालमुकुंद रविदास, सेविका दास सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। सैंकड़ों की संख्या में लोगों की सहभागिता के साथ यह आयोजन मिहिजाम के सामाजिक व सांस्कृतिक इतिहास में एक नई मिसाल बन गया।
मिहिजाम में पहली क्रिसमस शोभायात्रा ने रचा इतिहास, प्रेम और शांति के संदेश से गूंजा नगर
